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क्या आप जानते हैं क्रिकेट के भगवान Sachin Tendulkar को कितने मैन ऑफ दी मैच मिले थे?

Sachin Tendulkar एक ऐसा क्रिकेटर जिसके आउट होते ही उस समय लोग टीवी बंद कर देते थे. अपने रेडियो को बटन बंद करके दीवार से लगी खूंटी पर टांग देते थे. उस समय सचिन को वन मैन आर्मी कहा जाता था. उनके आउट होने का मतलब था भारत का मैच हार जाना.

आमतौर पर होता भी ऐसा ही था. जब जब तेंदुलकर एक अच्छे खासे भारत की तरफ झुके मैच में आउट हो जाते थे टीम इंडिया वो मैच गंवा देती थी. ऐसे कितने ही मैच हुए होंगे जिसे सचिन ने अकेले दम पर जीता था टीम के लिए और ऐसे भी बहुत मैच हुए जो सचिन के आउट होने के बाद टीम ने कुछ ही देर में गंवा दिया हो.

आपको याद होगा पाकिस्तान का भारत दौरा जब भारत को 17 रन की आवश्यकता थी और उसके चार विकेट अभी बाकी थे. उस समय तेंदुलकर क्रीज पर थे, वसीम अकरम ने तेंदुलकर को आउट किया और बाकी बचे तीन विकेट वो 17 रन भी नहीं बना सके और भारत वो टेस्ट हार गया.

आपको याद होगा 199 का भारत का ऑस्ट्रेलिया दौरा जब तेंदुलकर टीम के कप्तान थे और उन्होंने तीन टेस्ट मैच की सीरीज में भारत की और से अकेले ही मुकाबला किया लेकीन टीम के बाकी खिलाड़ी उतने रन भी पूरी सीरीज में नहीं बना सके जीतने तेंदुलकर ने तीन टेस्ट मैचों की इस सीरीज में बनाए थे.

भारत में क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर

तेंदुलकर को अपने पूरे क्रिकेट जीवन में 14 बार टेस्ट में और 62 बार एकदिवसीय क्रिकेट में मैन ऑफ दी मैच का खिताब मिला. 24 अप्रेल 1973 को जन्मे सचिन ने अपने करियर में 200 टेस्ट खेले और 463 वनडे मैच खेले. टेस्ट में जहाँ उनका सर्वाधिक स्कोर 248 रन रहा वहीं वनडे में उनका उच्चतम स्कोर 200 रहा जो उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ बनाया था.

वनडे में सचिन ने 49 और टेस्ट में 51 शतक लगाए. सचिन को वनडे में सबसे पहला मैन ऑफ दी मैच अवॉर्ड 5 दिसंबर 1992 को श्रीलंका के खिलाफ मैच में मिला था.

इस मैच में तेंदुलकर ने 53 रन बनाने के अलावा 39 रन खर्च करके 2 विकेट भी लिए थे. सचिन को आखरी बार एकदिवसीय में मैन ऑफ दी मैच मिल था 30 मार्च 2011 को पाकिस्तान के खिलाफ. इस मैच में तेंदुलकर ने 85 रन की पारी खेली थी.

वहीं अगर बात करें टेस्ट मैच की तो तेंदुलकर को जो सबसे पहला MOM अवॉर्ड मिला था वो 9 अगस्त 1990 को मिला था, इस टेस्ट में पहली पारी में सचिन ने 68 रन बनाए थे और दूसरी पारी में 119* रन की पारी से वो इस इनाम के हकदार हुए थे.

उन्हे टेस्ट क्रिकेट में आखरी बार 9 अक्टूबर 2010 को मैन ऑफ दी मैच से नवाजा गया जब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली पारी में 214 और दूसरी पारी में 53* रन की पारी खेली थी. सचिन को अपने घरेलू मैदानों पर 35 बार और विदेशी मैदानों पर 41 बार ये अवॉर्ड मिला.