हैप्पी बर्थ्डै मिस्टर रिलायबल Cheteshwar Pujara, टीम इंडिया की दूसरी The Wall

भारतीय टेस्ट टीम की नई दीवार यानि Cheteshwar Pujara आज अपना 33वां जन्मदिन मना रहे हैं. पिछले 5-6 साल से टेस्ट टीम का एक मजबूत स्थाई खिलाड़ी रहा ये नाम किसी भी भारतीय क्रिकेट प्रेमी के लिए नया नहीं है.
राहुल द्रविड़ के बाद ये वो नाम है जिसने हर किसी से सम्मान पाया और कभी किसी विवाद में इस खिलाड़ी का कभी नाम नहीं आया. आपको पता है की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत को 9 फरवरी से पहला गावस्कर बॉर्डर ट्रॉफी मैच नागपूर में खेलना है, इस टेस्ट में भी पुजारा पर सबकी निगाह रहेगी.
आपको बता दें की राहुल द्रविड की ही तरह हमेशा से पुजारा को ऑस्ट्रेलिया की टीम रास आई है और उन्होंने हमेशा इस टीम के खिलाफ जमकर रन बनाए हैं.
घरेलू क्रिकेट में हासिल कर चुके हैं ये बड़ा मुकाम
चेतेश्वर पुजारा क्योंकि वनडे और टी20 टीम में नहीं हैं इसलिए इस समय रणजी ट्रॉफी में सौराष्ट्र की ओर से खेल रहे हैं. चेतेश्वर ने पिछले दिनों ही फर्स्ट क्लास (प्रथम श्रेणी) क्रिकेट में अपने 12 हजार रन पूरे किए हैं. ये आपको एक साधारण रिकार्ड अगर लग रहा है तो बता दें की वो इस रिकार्ड तक पहुँचने वाले केवल दूसरे खिलाड़ी हैं.
भारत की रन मशीन वसीम जाफ़र ही इस मुकाम तक पहुँचने वाले पहले खिलाड़ी थे. आंध्र प्रदेश के खिलाफ दूसरी पारी में जब पुजारा ने 91 रन की पारी खेली तो इस दौरान उन्होंने ये मुकाम प्राप्त किया. हालांकि पुजारा के शानदार प्रदर्शन के बाद भी सौराष्ट्र की टीम यह मैच 150 रन से हार गई.
ऑस्ट्रेलिया की टीम हमेशा आई पुजारा को रास
चेतेश्वर पुजारा ने हमेशा से ऑस्ट्रेलिया के सामने जमकर रन बनाए हैं. पिछले कुछ साल में पुजारा को आउट करना हमारे लिए कोहली को आउट करने से भी ज्यादा मुश्किल रहा है, ऐसा कहना है ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट कप्तान पैट कमीन्स का.
पुजारा ने साल 2010 में टीम इंडिया के लिए टेस्ट खेलना शुरू किया था. अबतक खेले 98 टेस्ट में इस खिलाड़ी ने 19 शतक के साथ 7064 रन बनाए हैं. लेकिन पुजारा ने केवल 5 ही वनडे मैच टीम के लिए खेले हैं.
लेकिन ऑस्ट्रेलिया उनका पसंदीदा देश है, जिसके खिलाफ उन्होंने अब तक 21 पारियां खेली है और 47.28 की औसत से 993 रन बनाए. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पुजारा ने इन 21 पारियों में तीन शतक और 5 अर्धशतक लगाए हैं.

पुजारा के पिता भी खेल चुके हैं रणजी
जानकारी के लिए आपको बता दें की पुजारा के पिता अरविंद पुजारा भी सौराष्ट्र के लिए रणजी खेल चुके हैं, उनके पिता के साथ उनके चाचा बिपिन पुजारा भी सौराष्ट्र के लिए रणजी खेल चुके हैं.
इसलिए उनके घर पहले से ही क्रिकेट के एक्सपर्ट बैठे थे जिन्होंने पुजारा को क्रिकेट के लिए तराशा और भारत को एक शानदार बल्लेबाज दिया. पुजारा जब केवल 17 साल के थे उनकी माता जी का देहांत हो गया था.
उसके बाद उनके पिता ने ही उनको हौसला दिया और आगे बढ़ाया. पुजारा का जन्म 25 जनवरी 1988 को गुजरात के राजकोट में हुआ और आज वो 33 साल के हो गए हैं.