क्यों Sachin Tendulkar को कहा गया God Of Criket

God Of Criket या 1st God Of Indian Cricket ये वो नाम हैं जो भारत के आजतक के सबसे सफल और अविवादित क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को मिले हैं. ये नाम किसी संस्था ने नहीं दिए और ना ही इसमे किसी क्रिकेट बोर्ड या आईसीसी का कोई रोल है.
ये नाम उन्हे भारतीय आम जन मानस ने दिए हैं क्योंकि उन्हे लगता है की जो मुकाम क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर ने हासिल किया वो कोई खिलाड़ी नहीं कर सकता बल्कि वो सिर्फ भगवान की ही बस की बात है.
उन्हे और भी कई नामों से पुकारा गया मसलन ‘मास्टर ब्लास्टर’ ‘लिटिल मास्टर’ और तेंदुआ आदि. सचिन का जन्म महाराष्ट्र के राजापुर में ब्राह्मण परिवार में हुआ था और सचिन नाम उनके पिता रमेश तेंदुलकर ने अपने चहेते संगीतकार सचिन देव बर्मन के नाम पर रखा था. मात्र 14 साल की उम्र में सचिन ने अपना पहला प्रथम श्रेणी मैच मुंबई के लिए खेला था.
और जब उनकी उम्र केवल 16 साल थी उन्होंने अपना पहला अन्तराष्ट्रिय मैच खेल लिया था. उनका कद अपने समकालिक अन्य खिलाड़ियों से कम था, लेकिन उन्होंने इसको कभी अपने खेल के आड़े नहीं आने दिया.
उनका कद 5 फीट और 4 इंच था. टेस्ट में पदार्पण सचिन ने 15 नवंबर 1989 को किया था और वनडे में उन्होंने अपना पहला मैच खेला था 18 दिसंबर 1989 को. उनका टेस्ट और वनडे डेब्यू पाकिस्तान के ही खिलाफ रहा. हालांकि उन्होंने सिर्फ एक टी20 मैच भारत के लिए खेला, 1 दिसंबर 2006 को साउथ अफ्रीका के खिलाफ.
साल 2011 में क्रिकेट के भगवान सचिन की सबसे बड़ी हसरत पूरी हुई जब भारतीय टीम ने विश्व कप जीता, सचिन उस समय टीम का हिस्सा थे. उन्होंने कहा की आज जर्सी नंबर 10 का सफर पूरा हुआ.

उपलब्धियां
बात करें सचिन के सम्मान और अवॉर्ड की तो यहाँ वर्णन करने को जगह कम पड़ जाएगी. अपने क्रिकेट जीवन में कुल 33000 से भी अधिक इंटरनेशनल रन बनाने वाले सचिन के नाम ऐसे सेंकड़ों रिकार्ड हैं जो तोड़ना हर किसी के बस की बात नहीं है.
200 टेस्ट खेलने वाले वो एकमात्र क्रिकेटर हैं अबतक विश्व में, उनके बाद नाम आता है जेम्स अंडरसन का जिन्होंने 177 टेस्ट खेले हैं, यानी सचिन तक पहुँचने के लिए उन्हे कम से कम तीन साल और क्रिकेट खेलना होगा जो शायद संभव नहीं है.
टेस्ट में सचिन के नाम 15921 रन हैं जो दूसरे किसी भी खिलाड़ी की पहुँच से कोसों दूर हैं, आप इस बात का अंदाजा इस बात से लगा लीजिए की इस समय खेल रहे खिलाड़ियों में सबसे अधिक टेस्ट रन स्टीव स्मिथ के हैं जिन्होंने अबतक 8647 रन बनाए हैं.
तेंदुलकर के बाद टेस्ट में पोंटिंग ने सबसे अधिक 13378 रन बनाए थे. अब बात करें वनडे क्रिकेट की तो सबसे अधिक वनडे मैच खेलने का रिकार्ड भी सचिन के नाम है. उन्होंने अपने करियर में 463 वनडे मैच खेले हैं, उनके बाद नंबर आता है जयवर्धने का जिन्होंने 448 वनडे खेले थे.
वर्तमान में सक्रिय खिलाड़ियों में कोहली 271 वनडे खेल चुके हैं और वो इस रिकार्ड तक पहुँच पाएंगे या नहीं ये आप बखूबी अंदाजा लगा सकते हैं. वनडे में सबसे अधिक रन का रिकार्ड भी सचिन के नाम है.
तेंदुलकर के नाम 18246 रन हैं. जो वर्तमान में खेल रहे विराट कोहली के 12809 रन से काफी अधिक हैं. कहने का मतलब ये है की टेस्ट और वनडे में ऐसे बहुत से रिकार्ड हैं जो शायद ही कोई आने वाले 20 साल तक तोड़ पाए.

सामाजिक कार्य और इनाम
सचिन को भारत का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से नवाजा जा चुका है. उन्हे ये सम्मान साल 2014 में दिया गया, ये सम्मान प्राप्त करने वाले वो पहले खिलाड़ी हैं. सचिन को 1994 में अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है.
1997 में उन्हे खेलों का सबसे बड़ा भारतीय अवॉर्ड खेल रत्न भी दिया गया. साल 2008 में उन्हे पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है. अप्रेल 2012 में सचिन को राष्ट्रपति के द्वारा राज्यसभा का भी सदस्य नॉमिनेट किया गया.
उस समय ऐसी खबरें भी थी की सचिन को कॉंग्रेस पार्टी की और से अगला लोकसभा चुनाव भी लड़ाया जाएगा लेकिन सचिन ने राजनीति में आने से साफ मना कर दिया. वर्तमान समय में सचिन के बेटे अर्जुन तेंदुलकर भी रणजी खेल रहे हैं और भारतीय टीम में आने को प्रयासरत हैं.