कुछ इधर उधर की

क्यों कहा गया था की Brian Lara का ये रिकार्ड ‘अमानवीय’ है

Brian Lara: ब्रायन चार्ल्स लारा का जन्म 2 मई 199 को सेन्टा क्रूज टोबेगो में हुआ था. 6 दिसंबर 1990 को 21 साल की उम्र में इन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था. 27 नवंबर 2006 को अपना अंतिम टेस्ट भी पाकिस्तान के खिलाफ ही खेला था.

वहीं वनडे में उन्होंने अपना पहला मैच पाकिस्तान के विरुद्ध और अंतिम मैच इंग्लैंड के खिलाफ खेला था. डॉन ब्रेडमेन के बाद अगर किसी खिलाड़ी को टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा इज्जत मिली और जिसने टेस्ट क्रिकेट को जीवित रखा तो वो ब्रायन लारा ही थे. लारा ने 131 टेस्ट मैच खेले और 299 वनडे मैच भी खेले.

टेस्ट में उन्होंने 11953 रन 52 से अधिक की औसत के साथ बनाए. तो वनडे में 10405 रन उन्होंने 40 प्लस की औसत से बनाए. लारा ने टेस्ट में 34 और एकदिवसीय क्रिकेट में 19 शतक लगाए.

उनका कद कितना बड़ा था इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं की एक समय था जब सचिन तेंदुलकर, सईद अनवर और लारा के एक समान 12-12 शतक थे वनडे क्रिकेट में. हालांकि बाद के सालों में सचिन इन दोनों से मिलों आगे निकल गए थे.

टेस्ट में नाम है सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर

ब्रायन लारा ने साल 1994 में इंग्लैंड के खिलाफ खेलते हुए उस समय का सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर बनाया था जो 375 रन था. ये रिकार्ड इतना बड़ा था की आने वाले 9 साल तक इसे कोई तोड़ नहीं सका था.

इस रिकार्ड को तब एक पत्रिका आती थी क्रिकेट सम्राट के नाम से, उसमे छपे एक लेख को अमानवीय रिकार्ड कह दिया गया था. जब लेखक से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा की ये रिकार्ड अमानवीय इसलिए है क्योंकि इसे शायद ही कोई तोड़ पाए.

जैसे जैसे समय बीतता गया उनकी ये बात सही साबित होती लगी. आखिर में साल 2003 में ऑस्ट्रेलिया के ओपनर मैथ्यू हैडेन ने इसे जिम्बॉब्वे के खिलाफ तोड़ दिया. हैडेन ने कमजोर मानी जाने वाली जिम्बॉब्वे के खिलाफ उस मैच में 380 रन बनाए थे.

कभी लारा और शेन वॉर्न की टक्कर देखने लोग टिकट खरीदते थे

लारा कहाँ मानने वाले थे

अपने रिकार्ड को टूटता देखना लारा के लिए आसान कहाँ था, हैडेन के नाम सबसे बड़े स्कोर का रिकार्ड भला लारा कैसे रहने देते. हैडेन के नाम सबसे बड़े स्कोर का रिकार्ड लारा ने पूरे 12 महीने भी नहीं रहने दिया और अप्रेल 2004 में सेंट जोन्स में खेले गए टेस्ट नंबर 1696 में अपना ये रिकार्ड वापस अपने नाम कर लिया और इसबार उन्होंने 400 का स्कोर बना दिया.

लारा इस पारी में आउट भी नहीं हुए थे. पहला रिकार्ड जहाँ लारा के नाम 9 साल रहा तो 400 रन के सबसे बड़े स्कोर का रिकार्ड 19 साल बाद आज भी लारा के नाम है.

अगर 375 का स्कोर अमानवीय था तो 400 का स्कोर भी अमानवीय है. आपको बता दें की प्रथम श्रेणी का सबसे बड़े व्यक्तिगत स्कोर का रिकार्ड भी लारा के नाम है. लारा ने एक प्रथम श्रेणी मैच में 5001 का स्कोर बनाया हुआ है. टेस्ट क्रिकेट में एक ओवर में सबसे अधिक रन बनाने का रिकार्ड भी लारा के नाम था जिसे जसप्रीत बुमराह ने तोड़ा था.